एक हाथ वाला क्रिकेटर

विजय सिंह, एसोसिएट एडिटर, ICN-स्पोर्ट्स

दुनिया में ऐसे भी लोग है जिनको परिस्थितिवश अपने अंगों से अलग होना पड़ा| किन्तु जिसके अन्दर खेलने का जज्बा होता है वही तो असली खिलाडी होता है|वे सन २०१० से इंग्लैंड के आउंसडेल हाई स्कूल स्पेशलिस्ट ऑर्टस कॉलेज एंड सिक्स्थ फॉर्म में फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक है।

इन दिनों एक ऐसे खिलाडी कि बात हो रही है जिसका एक हाथ तो नहीं है किन्तु छक्के मारने का उसका खुद का अपना अंदाज़ है| इस खिलाड़ी का नाम है मैट स्किन (Matt Askin) जो कि खुद को हम जैसो से बिल्कुल भी अलग नहीं मानता| इसके ऊपर हाल ही के दिनों में एक डॉक्यूमेंट्री भी बनी है| मैट के पास एक हाथ नहीं है और वह डिसएबल क्रिकेट में इंग्लैंड का बड़ा चेहरा है।

वे सन २०१० से इंग्लैंड के आउंसडेल हाई स्कूल स्पेशलिस्ट ऑर्टस कॉलेज एंड सिक्स्थ फॉर्म में फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक है। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन वे इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेल पाएंगे| मैट, प्रेरणा है उन लोगों के लिए जो परिस्थितियों में डर जाते है|

मैट ने २१ साल की उम्र में निर्णय लिया कि वे टीम इवेंट वाले खेल को खेलना चाहेंगे| किन्तु जब क्रिकेट का मैदान देखा तो वे घबरा गए कि वे बाउंड्री के पार बॉल को पहुंचा पाएंगे| फिर उन्हे डिसेबल्ड क्रिकेट के बारे में बताया गया तो वह मैच देखने पहुंच गए। वहां उन्होंने विकेटकीपर को व्हील चेयर पर देखा जिसने मैच के दौरान कूदकर एक कैच लपका था। इससे उन्हें प्रेरणा मिली कि वे भी क्रिकेट खेल सकते है।

डॉक्यूमेंट्री में मैट कहते है कि लोग अपनी ताकत को कम आंकते हैं और अपनी कमीयों को लेकर परेशान रहते हैं| आज मैट का नाम बेहतरीन १५ डिसेबल्ड क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल है| आज वे विश्व के लिए गर्व एवं प्रेरणा के पर्यायवाची हैं|

 

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